Chhattisgarhi Lekhan

अक्ति

By Girja Shankar

ए अक्ति के झडी म मोर मया कहूं बुढ झन जाए..! अउ मोला तो संसो होगे हे संगी, मोर सुख…

जय हो तुहर नेट

By Girja Shankar

जय हो तुहर नेट जय, मोबाईल के जमाना हे..! नेट चलत है अब्ब्ड तेज, अउ ए जमाना म होगे तेहा…

गरम करे बर आगी बनाये

By Girja Shankar

गरम करे बर आगी बनाये, अउ जुड करे बर पानी, बरसे बर बनाये बादर, भार सहे बर भुइया आगर्, करम…

हरियाली तिहार

By Girja Shankar

हरियाली तिहार…! चढो गेड़ी, खेलो फुकडी, अउ भौरा बांटी…! हमर संस्कृति हमर गौरब, पूजनीय हमर माटी नागर,बइला, गैती, रापा, अउ…

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