तेरे मेरे मिलने की

तेरे मेरे मिलने की ये जगह कुछ खास है कुछ दिल के करीब कुछ ज़हान से दूर और सबसे अनजान है हाथों में तुम्हारे मेरा हाथ है मन में शब्दों का तूफान और होंठ बेज़ूबान है सांसों में है बेचैनी और निगाहों में अफसाने हज़ार है सुन सको अगर तो सुन लेना सांसों में दबा…

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