घर के एक कोने से
घर के एक कोने से मैं सिर्फ उनके रोने की
आवाज सुन पा रही थी,
उनके दर्द को सुन पा रही थी,
उनके गले से लग कर उस तकलीफ को एहसास
कर पा रही थी,
मैं साथ उनके थी लेकिन कुछ न कर पा रही थी,
ईश्वर से दुआ बस यही करती जा रही थी,
“मेरी ma’am को हिम्मत देना
जीने कि नई सी चाहत देना
मां को खोने का तकलीफ तो सदा रहेगा,
लेकिन प्रभु आप उन्हे हर बार उनकी याद में
मेरी ma’am के चेहरे पर मुस्कान देना।
सारी बीती यादों से
मेरी ma’am को हिम्मत देना बस हिम्मत
देना प्रभु ।”
Illustrator: Payal Sahu
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